Posts

Showing posts from April, 2017

लोकतंत्र की बात छोडो, यंहा तो भगवान के दर्शन तक बिक जाते हैं

लोकतंत्र की बात छोडो, यंहा तो भगवान के दर्शन तक बिक जाते हैं

वो तो फिर भी भगवान् है

लोग तो जन्म देने वाले माँ बाप तक को नकार देते है  वो तो फिर भी भगवान् है